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हरियाणा: बीफ (गौमांस) खाने के शक में बंगाली मजदूर की पिटाई से मौत

हरियाणा के चरखी दादरी में गोमांस खाने के आरोप में एक बंगाली मजदूर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मजदूर की पहचान 24 वर्षीय साबिर मलिक के रूप में हुई है। यह घटना 28 अगस्त की है। इसका वीडियो शनिवार (31 अगस्त) को सामने आया।

जानकारी के मुताबिक अफवाह फैली कि असम और बंगाल से आए मजदूर हंसवास खुर्द गांव में गोमांस खा रहे हैं। इसके बाद गोरक्षक उनकी तलाश में वहां पहुंचे और उनके बर्तनों और रसोईघर की तलाशी लेने लगे। इस दौरान दोनो गुटों के बीच काफी बाहर भी हुई। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पका हुआ मीट बरामद किया। इसके बाद मीट की जांच करने के लिए सैंपल के तौर पर रख लिया।

कबाड़ देने के बहाने युवक को बुलाया, फिर मारपीट की

साबिर मलिक काे कबाड़ देने के बहाने बुलाया। साबिर मलिक और एक असम के युवक को बाढड़ा बस स्टैंड के पास लेकर जाकर मारपीट की गई। वहां आसपास के लोगों ने उन्हें छुड़ा लिया। इसके बाद मारपीट करने वाले लोग साबिर और दूसरे युवक को थाने ले जाने की बात कहकर बाइक पर बैठाकर वहां से चले गए। अगले दिन साबिर मलिक का शव हरियाणा में स्थित भांडवा गांव के पास पाया गया। पुलिस ने चार युवाओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और मलिक का शव उसके रिश्तेदार को सौंप दिया।

हत्या के बाद मामले में पुलिस सक्रिय हो गई है, और पांच लोगों को गिरफ्तार करने के साथ दो नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है। यह लोग गौरक्षा समूह से जुड़े हुए हैं।

पुलिस ने शुरू की कार्रवाई।

अब तक पुलिस ने मामले से जुड़े 8 लोगो को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया की 8वे आरोपी की पहचान मोहित के रूप में हुई है। जो कि बिरही गांव का रहने वाला है। आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में बाढ़डा डीएसपी भारत भूषण ने जानकारी दी है।

अधिकारी ने यह भी बताया कि गौरक्षा दल के आरोपी सदस्य अभिषेक, मोहित, रविंदर, कमलजीत और साहिल को शक था कि साबिर मलिक ने बीफ खाया है। आरोपियों ने उसे खाली प्लास्टिक की बोतल बेचने के बहाने से एक दुकान पर बुलाया और बाद में उसकी बुरी तरह पिटाई की। मामले में जब कुछ लोगों ने हस्तक्षेप किया तो आरोपी साबिर मलिक को दूसरी जगह ले गए और उसे फिर से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

राजनीति हुई तेज।

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घटना की निंदा की है। साथ ही कहा है कि मॉब लिंचिंग को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी : अपने नेताओं से कहा है कि वे पीड़ित परिवार से जाकर मुलाकात करें। परिवार की जिम्मेदारी लेते हुए आर्थिक मदद का आश्वासन भी दिया।

मामला सामने आने एक बाद लोगो में गुस्सा देखने को मिला तथा इसे धर्म की राजनीति से भी जोड़ा गया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इस मामले पर तेज बहस देखने को मिली।

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