जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक वहीद पारा द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के खिलाफ केंद्रशासित प्रदेश के विधानसभा में बीते दिन एक प्रस्ताव पेश किया गया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की भी मांग की है साथ ही बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी इसका एक प्रस्ताव जारी किया है।
उनके जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस देने की मांग पर भी बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आलोचना की है, भाजपा नेता का कहना था कि, “जो लोग भारत के हितैषी हैं, मां भारती की संतानों के एक राष्ट्र की बात को आत्मसात करते हैं, वे यह भाषा नहीं बोल सकते। जो लोग ऐसी भाषा बोलते हैं, उनकी मानसिकता पाकिस्तान के साथ जुड़ी हुई है। मां भारती की संतानों को अपमानित करने और उनको आतंकियों का शिकार बनाने का खेल अब नहीं चलेगा। अब भारत ने ‘एक राष्ट्र, एक कानून’ का मिलकर निर्णय लिया है और अब यही चलेगा।”
इस पर उपमुख्यमंत्री ने करारा जवाब कसते हुए कहा कि, “प्रतिपक्षी नेताओं का यह काम होता है कि घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ितों का हालचाल जानकर कहां कमियां रह गईं, उन्हें पूरा करें। सरकार द्वारा एक्शन लिया या नहीं लिया, वह एक भी शब्द बोल नहीं पाते हैं और अक्सर छह महीने का डाटा जोड़ते हुए आंकड़ा जारी करते हैं। तेजस्वी को इस तरह के खेल बंद कर देने चाहिए। यह राजद की सरकार नहीं है। इस सरकार में कानून का राज स्थापित होता है। अपराध और भ्रष्टाचार पर यहां अंकुश लगा है साथ ही वह यह आंकड़ा क्यों नहीं जारी करते कि घटना को अंजाम देने वाले लोग कौन हैं?, और वे किस पार्टी से जुड़े हैं।”